सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जुलाई, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

OMG! Pakistan में जुआ खेलने के आरोप में गधा गिरफ्तार, लोग ले रहे खूब मजे...

                            जुआ खेलना कितनी बुरी बात है ना. अब इस आरोप में अगर किसी को पुलिस गिरफ्तार करती है तो लोग कहते हैं कि सही किया. ये आदत ही इतनी बुरी है, जितनी जल्दी छूटे उतना अच्छा. पर क्या आपने कभी किसी गधे को जुआ खेलते हुए देखा या सुना है?                                       आपका जवाब जो भी हो, पाकिस्तान में तो ऐसा गधा मिल गया है. यहां की पुलिस ने ऐसे ही एक गधे को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि ये गधा जमकर जुआ खेलता है.                                       इस गधे की गिरफ्तारी की खबर पाकिस्तानी मीडिया में खूब जोर-शोर से दिखाया जा रहा है.                               पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, ये गधा पंजाब प्रांत के रहीम यार खान इलाके में था. शनिवार को पुलिस ने इसे अरेस्‍ट किया. गधे के साथ आठ अन्‍य संदिग्‍ध लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. मजेदार बात तो ये है कि इस गधे का नाम भी एफआईआर में दर्ज था. पाकिस्तानी मीडिया से मिला ये वीडियो खूब वायरल हो रहा है. अब लोग सोशल मीडिया पर जमकर मजे ले रहे हैं. ऐसे-ऐसे कमेंट किए जा रहे हैं जिससे हंसी रोकनी मुश्किल हो जाएगी

एक तोते ने याद करा दी नानी, हाथ टूटा, बुलानी पड़ी क्रेन, एनएच पर लगा मजमा

                                         गढ़वा जिले के मेराल प्रखंड में एक खानाबदोश युवक को तोते के चक्कर में पेड़ की खोह में हाथ डालना इतना महंगा पड़ा कि वह इसे जीवनभर नहीं भूल सकेगा। एनएच-75 के किनारे एक पेड़ खोह में फंसा हाथ निकालने के चक्कर में पहले हाथ टूटा और टूटे हाथ के सहारे ही वह विशालकाय पेड़ से घंटों झूलता रहा। उसकी चीख पुकार से एनएच पर मजमा लग गया। युवक को सुरिक्षत निकालने के लिए गढ़वा जिला मुख्यालय से क्रेन बुलानी पड़ी, पुलिस के एक दल को भी मौके पर आना पड़ा। घटना मंगलवार सुबह आठ बजे की है।  घटना के संबंध में बताया जाता है कि खानाबदोश जीवन गुजार रहे परिवार का एक सदस्य बबलू एनएच 75 किनारे लगमा गांव स्थित विशालकाय पेड़ पर तोता निकालने चढ़ा। करीब 40 फीट ऊंचाई पर जाने के बाद वह पेड़ के बिल से तोता निकालने का प्रयास करने लगा। उसी क्रम में उसका हाथ बिल में फंस गया। जोर जबरदस्ती कर हाथ निकालने के क्रम में वह फिसल कर नीचे झूल गया। उसका हाथ बिल में ही फंसा रहा। जिसके कारण उसका दाहिना हाथ केहुनी के पास से टूट गया। वह टूटे हुए हाथ के सहारे ही घंटों झूलता रहा।           

चन्द्रगुप्त मौर्य का इतिहास | Chandragupta Maurya History in Hindi

                                      मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य इतिहास के उन महा न योद्धाओं में से एक थे, जिन्होंने भारतीय इतिहास को गौरवमयी बनाने में अपना महव्पूर्ण योगदान दिया। उनके अद्भुत साहस और अदस्य शक्ति की गाथा आज भी भारतीय इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में लिखी गई है। चन्द्र गुप्त मौर्य भारतीय इतिहास के सबसे प्रसिद्ध शासक थे, जिन्हें आज कई सदियों बाद भी लोग जानते हैं और उनके पराक्रम की प्रशंसा किए बिना नहीं रह पाते हैं। चन्द्रगुप्त मौर्य भारत के सबसे सशक्त और महान शासकों में से एक थे, जिन्होंने अपने अद्भुत साहस, कुशल रणनीति से न सिर्फ भारत बल्कि इसके आसपास के कई देशों पर भी राज किया था। चन्द्रगुप्त मौर्य के राज्यारोहण की तिथि साधारणतः 324 ईसा पूर्व की मानी जाती है, उन्होंने लगभग 24 सालो तक शासन किया और इस प्रकार उनके शासन का अंत प्रायः 297 ईसा पूर्व में हुआ। चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपने अद्भुत शासनकाल में मौर्य साम्राज्य का विस्तार कश्मीर से लेकर दक्षिण के डेक्कन तक और पूर्व के असम से पश्चिम के अफगानिस्तान तक किया था और मौर्य  साम्राज्य

गाय बिकी तो सांड ने मचाया बवाल, डिप्टी CM के बेटे ने दोनों को मिलवाया

                                                       लॉकडाउन में मुनियांदी को भारी आर्थिक दिक्कत का सामना करना पड़ा. उसने लक्ष्मी गाय को 20,000 रुपए में बेच दिया. गाय को ले जाने के लिए मिनी ट्रक पर लादा गया. मंजामलि सांड ने ये दृश्य देखा तो वो वाहन का रास्ता रोकने के लिए अड़ गया. एक घंटे तक उसने वाहन का रास्ता ब्लॉक रखा. एक किमी. तक दौड़ता रहा सांड गाय को ले जा रहा था नया मालिक डिप्टी सीएम के बेटे ने मिलाया ये प्रेम कहानी एक गाय और सांड की है! दोनों का बरसों का साथ था. लेकिन गाय को एक दिन बेच दिया गया. गाय को नया मालिक मिनी ट्रक पर साथ ले जाने लगा तो सांड को ये बर्दाश्त नहीं हुआ, वो वाहन के पीछे ही भागने लगा. सांड का नाम मंजामलि है और वो मदुरै के पालामेदु मंदिर का है. उसके साथ ही लक्ष्मी नाम की गाय पली बड़ी थी. लक्ष्मी की देखभाल मुनियांदी नाम का शख्स करता था. आर्थिक तंगी की वजह से बेचनी पड़ी गाय लॉकडाउन में मुनियांदी को भारी आर्थिक दिक्कत का सामना करना पड़ा. उसने लक्ष्मी गाय को 20,000 रुपए में बेच दिया. गाय को ले जाने के लिए मिनी ट्रक पर लादा गया. मंजामलि सांड ने ये दृश्य

गौतम बुद्ध का सम्पूर्ण जीवन | Life Story of Gautam Buddha in Hindi

महात्मा गौतम बुद्ध   नाम   गौतम बुद्ध   जन्म   563 ईसा पूर्व   जन्म स्थान   लुंबिनी (कपिलवस्तु), नेपाल   बचपन का नाम   सिद्धार्थ    पिता   शुद्धोधन   माता   मायादेवी   सिद्धार्थ का अर्थ     जिसका जन्म सिद्धि प्राप्ति के लिए हुआ होे     पत्नी   यशोधरा   पुत्र   राहुल   ज्ञान की प्राप्ति   बोधगया में   प्रथम उपदेश   सारनाथ में   मृत्यु   483 ईसा पूर्व (80 वर्ष की आयु में) जन्म : ज्ञान और धर्म को नई दिशा देने वाले महात्मा बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व गंगा के मैदानी भाग में नेपाल के लुंबिनी (कपिलवस्तु) नामक स्थान पर हुआ था। इस समय भारत को ‘जंबूद्वीप’ के नाम से जाना जाता था। बुद्ध का जन्म रोहिणी नदी के किनारे बसे शाक्य वंश में हुआ था। उनके पिता शुद्धोधन और माता मायादेवी थीं। बालक बुद्ध का भविष्य जानने के लिए विद्वान एवं साधुओं को बुलाया गया। उन्होंने बताया कि ‘‘यह बालक या तो चक्रवर्ती सम्राट् होगा और पृथ्वी पर राज करेगा या बुद्ध होगा। समस्त जीवों के कल्याण के लिए इस बालक ने जन्म लिया है। स्वयं धर्म राज इस पृथ्वी पर अवतरित

संत की सीख

संत की सीख एक समय की बात है- काशी गाव में एक संत रहते थे, शिष्यों की शिक्षा पूरी होने के बाद संत ने उन्हें अपने पास बुलाया और कहा- प्यारे शिष्यों समय आ गया है अब तुम सबको समाज के कठोर नियमों का पालन करते हुए विनम्रता से समाज की सेवा करनी होगी। तो एक शिष्य ने कहा- गुरुदेव हर समय विनम्रता से काम नहीं चलता! संत समझ गए के अभी भी उसमे अरमान मौजूद है। थोड़ी देर चुप रहने के बाद संत बोले- ज़रा मेरे मुँह के अंदर झाँक कर देख के बताओ अब कितने दाँत बचे हैं! बारी-बारी से शिष्यों ने संत का मुँह देखा और एक साथ बोले-आपके सभी दाँत टूट चुके हैं। संत ने कहा जीभ हैं के नहीं? संत बोले-दाँतो को देखने की जरूरत नहीं है, जीभ जन्म से मृत्यु तक साथ रहती हैं। हैं न अजीब बात और दाँत जो बाद में आते हैं! वो पहले ही छोड़ जाते है जब की उन्हें बाद में जाना चाहिए। आखिर ऐसा क्यों होता है? एक शिष्य ने बोला-- ये तो जिंदगी का नियम है, संत- नहीं बच्चों इसका जबाब इतना सरल भी नहीं है, जितना तुम सभी समझ रहे हो। संत- जीभ इसलिए नहीं टूटती क्योंकि उसमें लोच हैं वह विनम्र होकर अंदर पड़ी रहती हैं, उसमे किसी तरह का अहंकार नहीं है उसम

ईंट का जवाब पत्थर

                                     वीरपुर राज्य एक सुखी संपन्न राज्य था। लोग मेहनती, बहादुर और देशभक्त थे। राजा महेंद्र सिंह स्वयं एक कुशल योद्धा थे। उनकी राजधानी एक किले की दीवरों से घिरी थी। किला ऐसा, जिसके चारों आरे गहरी-चौड़ी खाई थी । दीवारें इतनी चिकनी कि कोई चीज उस पर ठहर न सके, फिसलकर गिर पड़े। एश्वर्यपुर राज्य था तो वीरपुर से दूर मगर धनबल और सैन्यबल में बहुत शक्तिशाली था। वहां के राजा सूरज सिंह की नजर वीरपुर पर थी। उसके मन में वीरपुर को अपने अधीन करने की बहुत इच्छा थी। एक दिन सेनापति को दरबाद में पेश होने का हुक्म हुआ। राजा सूरज सिंह का गंभीर स्वर गूंजा, ”सेनापति दमनसिंह, वीरपुर राज्य मेरे अधीन होना चाहिए। तुम्हें यह जीत हासिल करनी है। सच्चा राजपूत जब एक बार कुछ ठान लेता है तो उसे कोई रोक नहीं सकता। सफलता उसके कदम चूमने को बाध्य होती है।“ दमनसिंह ने सिरा झुकाकर आदेश स्वीकार कर लिया। पूरी तैयारी के साथ सेना वीरपुर के लिए चल पड़ी। किले को घेर लिया गया। दमनसिंह ने अपनी सेना की कुशल व्यूह-रचना की । मगर बिना मुख्य फाटक खुले मुठभेड़ कैसे हो? गहरी खाई, किले की दीवार पर चढ़

भगवान शिव के ये 35 राज, शर्तिया नहीं जानते हैं आप

भगवान शिव अर्थात पार्वती के पति शंकर जिन्हें महादेव, भोलेनाथ, आदिनाथ आदि कहा जाता है, उनके बारे में यहां प्रस्तुत हैं 35 रहस्य। 1. आदिनाथ शिव सर्वप्रथम शिव ने ही धरती पर जीवन के प्रचार-प्रसार का प्रयास किया इसलिए उन्हें 'आदिदेव' भी कहा जाता है। 'आदि' का अर्थ प्रारंभ। आदिनाथ होने के कारण उनका एक नाम 'आदिश' भी है। 2. शिव के अस्त्र-शस्त्र शिव का धनुष पिनाक, चक्र भवरेंदु और सुदर्शन, अस्त्र पाशुपतास्त्र और शस्त्र त्रिशूल है। उक्त सभी का उन्होंने ही निर्माण किया था।                                  3. शिव का नाग शिव के गले में जो नाग लिपटा रहता है उसका नाम वासुकि है। वासुकि के बड़े भाई का नाम शेषनाग है। 4. शिव की अर्द्धांगिनी शिव की पहली पत्नी सती ने ही अगले जन्म में पार्वती के रूप में जन्म लिया और वही उमा, उर्मि, काली कही गई हैं। 5. शिव के पुत्र शिव के प्रमुख 6 पुत्र हैं- गणेश, कार्तिकेय, सुकेश, जलंधर, अयप्पा और भूमा। सभी के जन्म की कथा रोचक है। 6. शिव के शिष्य शिव के 7 शिष्य हैं जिन्हें प्रारंभिक सप्तऋषि मान

सोमवार की व्रत कथा

                                सोमवार की व्रत कथा  

मीठी छुरी- नवीन क्यों था चंचला की हकीकत से अनजान?

                  💫💫 मीठी छुरी 💫💫                - नवीन क्यों था चंचला की हकीकत से अनजान? 💬 चंचला की खातिर नवीन ने अपना कैरियर तक दांव पर लगा दिया क्योंकि चंचला थी ही ऐसी. अपनी मीठी बोली से सभी का मन मोह लिया था, लेकिन जब हकीकत का पता चला तो सभी दंग रह गए.

पतिहंत्री- क्या प्रेमी के लिए पति को मौत के घाट उतार पाई अनामिका?

                             💥💥पतिहंत्री💥💥        💬- क्या प्रेमी के लिए पति को मौत के घाट उतार पाई अनामिका जिस्म सुख की खातिर अनामिका ने अपने प्रेमी के साथ मिल कर पति के खिलाफ एक खतरनाक साजिश को अंजाम तक पहुंचाने की सोचने लगी और फिर एक रात...

आज ही क्यों नहीं ?

आज ही क्यों नहीं ?  एक बार की बात है कि एक शिष्य अपने गुरु का बहुत आदर-सम्मान किया करता था  |गुरु भी अपने इस शिष्य से बहुत स्नेह करते थे लेकिन  वह शिष्य अपने अध्ययन के प्रति आलसी और स्वभाव से दीर्घसूत्री था |सदा स्वाध्याय से दूर भागने की कोशिश  करता तथा आज के काम को कल के लिए छोड़ दिया करता था |                                                   अब गुरूजी कुछ चिंतित रहने लगे कि कहीं उनका यह शिष्य जीवन-संग्राम में पराजित न हो जाये|आलस्य में व्यक्ति को अकर्मण्य बनाने की पूरी सामर्थ्य होती है |ऐसा व्यक्ति बिना परिश्रम के ही फलोपभोग की कामना करता है| वह शीघ्र निर्णय नहीं ले सकता और यदि ले भी लेता है,तो उसे कार्यान्वित नहीं कर पाता| यहाँ तक कि  अपने पर्यावरण के प्रति  भी सजग नहीं रहता है और न भाग्य द्वारा प्रदत्त सुअवसरों का लाभ उठाने की कला में ही प्रवीण हो पता है | उन्होंने मन ही मन अपने शिष्य के कल्याण के लिए एक योजना बना ली |एक दिन एक काले पत्थर का एक टुकड़ा उसके हाथ में देते हुए गुरु जी ने कहा –‘मैं तुम्हें यह जादुई पत्थर का टुकड़ा, दो दिन के लिए दे कर, कहीं दूसरे गाँव जा

सच्चे प्यार की लव स्टोरी A Short Love Story in Hindi

               सच्चे प्यार की लव स्टोरी         A Short Love Story in Hindi ================================================= ऋषि को चौदह साल की उम्र में ही पहला प्यार हो गया था | ऋषि उस समय आठवीं क्लास में था, उम्र कम थी लेकिन मॉर्डन ज़माने में लोग इसी उम्र में प्यार कर बैठते हैं| ऋषि का ये पहला प्यार उसकी क्लास में पढ़ने वाली लड़की “नीलम” के साथ था| नीलम अमीर घराने की लड़की थी, उम्र यही कोई 13 -14 साल ही होगी और दिखने में बला की खूबसूरत थी | नीलम के पापा का प्रापर्टी डीलिंग का काम था, अच्छे पैसे वाले लोग थे| ऋषि मन ही मन नीलम को दिल दे बैठा था लेकिन हमेशा कहने से डरता था| ऋषि के पिता एक स्कूल में अध्यापक थे| उनका परिवार भी सामान्य ही था इसीलिए डर से ऋषि कभी प्यार का इजहार नहीं करता था| चलो इस प्यार के बहाने ऋषि की एक गन्दी आदत सुधर गयी| ऋषि आये दिन स्कूल ना जाने के नए नए बहाने बनाता था लेकिन आज कल टाइम से तैयार होके चुपचाप स्कूल चला आता था| माँ बाप सोचते बच्चा सुधर गया है लेकिन बेटे का दिल तो कहीं और अटक चुका था| समय ऐसे ही बीतता गया… लेकिन ऋषि की कभी प्यार का इजहार करने की ह

ज़िन्दगी के पत्थर, कंकड़ और रेत

|ज़िन्दगी के पत्थर, कंकड़ और रेत|                                       Philosophy के एक professor ने कुछ चीजों के साथ class में प्रवेश किया. जब class शुरू हुई तो उन्होंने एक बड़ा सा खाली शीशे का जार लिया और उसमे पत्थर के बड़े-बड़े टुकड़े भरने लगे. फिर उन्होंने students से पूछा कि क्या जार भर गया है ? और सभी ने कहा “हाँ”.                                           तब प्रोफ़ेसर ने छोटे-छोटे कंकडों से भरा एक box लिया और उन्हें जार में भरने लगे. जार को थोडा हिलाने पर ये कंकड़ पत्थरों के बीच settle हो गए. एक बार फिर उन्होंने छात्रों से पूछा कि क्या जार भर गया है?  और सभी ने हाँ में उत्तर दिया.                                             तभी professor ने एक sand box निकाला और उसमे भरी रेत को जार में डालने लगे. रेत ने बची-खुची जगह भी भर दी. और एक बार फिर उन्होंने पूछा कि क्या जार भर गया है? और सभी ने एक साथ उत्तर दिया , ” हाँ” फिर professor ने समझाना शुरू किया, ” मैं चाहता हूँ कि आप इस बात को समझें कि ये जार आपकी life को represent करता है. बड़े-बड़े पत्थर आपके जीवन की ज़रूरी च

कैसे करें लड़की को इंप्रेस [how to impress girl]

                                                                                                   बहुत सारे लड़के होते हैं जो चाहते हैं कि उनकी भी कोई गर्लफ्रेंड हो। लेकिन जैसे ही लड़कियों से बात करने की बारी आती है तो उनको झिझक महसूस होने लगती है। कई बार तो ऐसा होता है कि किसी को पसंद करते हुए भी लड़के उस लड़की से बात तक नहीं कर पाते हैं। अगर आपके अंदर भी ऐसे ही आत्मविश्वास की कमी  है तो ये 5 आसान से तरकीबें अपनाकर आप भी लड़कियों आसानी से बात कर सकेंगे।   उसे अप्रोच करें                                                 अगर किसी अनजान लड़की से बात करने जा रहे हैं तो हमेशा हाय या हेलो बोलकर ही बात को आगे बढा़एं। जब आप किसी से अभिवादन करेंगे तो वो आपकी बात का जवाब जरूर देगी। इसके बाद उससे बात करना शुरु करें। ऐसी बातें न करें जिससे उसे बोरियत महसूस होने लगे। काम के बारे में बात करें। ये सारी बातें ऐसी हैं जिन्हें हर लड़की कर सकती है।                                                कॉमन फ्रेंड के साथ शुरू करें बातचीत करना                                                  आप अपने किसी कॉमन फ्

पति और पत्नी के बलिदान की कहानी | A Sweet Story In Hindi

                                                                                    रणधीर अपनी पत्नी से बहुत ही प्यार करता था | क्यों न करता उसकी पत्नी बहुत ही सुन्दर थी , उससे ज्यादा सुन्दर और लंबे उसके बाल थे | रणधीर एक छोटी सी नौकरी करता था , बड़ी मुश्किल से उसका गुजारा होता था | रणधीर अपनी वाइफ के बालो को बहुत ही प्यार करता था और हमेसा उसके बालो की तारीफ़ किया करता था | दोनों एक साथ बहुत ही खुश रहते थे और कभी कोई सिकवा नहीं करते थे एक दूसरे से | एक दिन की बात है रणधीर की पत्नी की हेयर क्लिप टूट गयी थी और उसको अपने बालो को बॉधने मे काफी परेशानी होती थी , उसने अपने पति से बोला आप मुझको एक हेयर क्लिप लेकर दे दो                                                                                                                                         लेकिन रणधीर के पास पैसा नहीं था वह अपनी पत्नी से बोला आज नहीं किसी दिन और ला दूंगा | उसकी पत्नी का नाम सुहाना था , सुहाना ने बोला कोई बात नहीं | एक दिन रणधीर काम से वापस आ रहा था की उसने देखा एक दूकान पर पुरानी घड़ी कोई ख़रीद रहा था

भेरिया आया-भेरिया आया

                                           एक बार, एक चरवाहा लड़का रहता था जो पहाड़ी पर भेड़ के झुंड को देखकर ऊब गया था। खुद को खुश करने के लिए, वह चिल्लाया, "भेड़िया! भेड़िया ! भेड़िये का पीछा भेड़िये कर रहे हैं! ” ग्रामीण लड़के की मदद करने और भेड़ों को बचा ने के लिए दौड़ते हुए आए। उन्हें कुछ भी नहीं मिला और लड़का सिर्फ उनके गुस्से वाले चेहरे को देखकर हंसता रहा।                                    "कोई भेड़िया लड़का नहीं है, जब भेड़िया रोता है!", उन्होंने गुस्से में कहा और चला गया। लड़का सिर्फ उन पर हंसता था। थोड़ी देर बाद, वह ऊब गया और रोया olf भेड़िया! ’फिर से, ग्रामीणों को दूसरी बार बेवकूफ बना रहा था। गुस्साए ग्रामीणों ने लड़के को दूसरी बार चेतावनी देकर छोड़ दिया। लड़का झुंड को देखता रहा। थोड़ी देर बाद, उसने एक असली भेड़िया देखा और जोर से चिल्लाया, “भेड़िया! कृपया सहायता कीजिए! भेड़िया भेड़ का पीछा कर रहा है।                                                                   !" लेकिन इस बार, कोई भी मदद करने के लिए नहीं मुड़ा। शाम तक, जब लड़का घर नहीं लौटा, तो ग