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पतिहंत्री- क्या प्रेमी के लिए पति को मौत के घाट उतार पाई अनामिका?

                            💥💥पतिहंत्री💥💥

       💬- क्या प्रेमी के लिए पति को मौत के घाट उतार पाई अनामिका

जिस्म सुख की खातिर अनामिका ने अपने प्रेमी के साथ मिल कर पति के खिलाफ एक खतरनाक साजिश को अंजाम तक पहुंचाने की सोचने लगी और फिर एक रात...

 

                                काश,जो बात अनामिका अब समझ रही है वह पहले ही समझ गई होती. काश, उस ने अपने पड़ोसी के बहकावे में आ कर अपने ही पति किशन की हत्या नहीं की होती. आज वह जेल के सलाखों के पीछे नहीं होती. यह ठीक है कि उस का पति साधारण व्यक्ति था. पर था तो पति ही और उसे रखता भी प्यार से ही था. उस का छोटा सा घर, छोटा सा संसार था. हां, अनावश्यक दिखावा नहीं करता था किशन.

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                                              अनावश्यक दिखावा करता था समीर, किशन का दोस्त, उसे भाभी कहने वाला व्यक्ति. वह उसे प्रभावित करने के लिए क्याक्या तिकड़म नहीं लगाता था. पर उस समय उसे यह तिकड़म न लग कर सचाई लगती थी. उस का पति किशन समीर का पड़ोसी होने के साथसाथ उस का मित्र भी था. अत: घर में आनाजाना लगा रहता था.


समीर बहुत ही सजीला और स्टाइलिश युवक था. अनामिका से वह दोस्त की पत्नी के नाते हंसीमजाक भी कर लिया करता था. धीरेधीरे दोनों में नजदीकियां बढ़ती गईं. अनामिका को किशन की तुलना में समीर ज्यादा भाने लगा. समय निकाल कर समीर अनामिका से फोन पर बातें भी करने लगा. शुरू में साधारण बातें. फिर चुटकुलों का आदानप्रदान. फिर कुछकुछ ऐसे चुटकुले जो सिर्फ काफी करीबी लोगों के बीच ही होती हैं. फिर अंतरंग बातें. किशन को संदेह न हो इसलिए वह सारे कौल डिटेल्स को डिलीट भी कर देती थी. समीर का नंबर भी उस ने समीरा के नाम से सेव किया था ताकि कोई देखे तो समझे कि किसी सखी का नंबर है. समीर ने अपने डीपी भी किसी फूल का लगा रखा था. कोई देख कर नहीं समझ सकता था कि वह किस का नंबर है.

धीरे-धीरे स्थिति यह हो गई कि अनामिका को समीर के अलावा कुछ भी अच्छा नहीं लगने लगा. समीर भी उस से यही  कहता था कि उसे अनामिका के अलावा कोई भी अच्छा नहीं लगता. कई बार जब वह घर में अकेली होती तो समीर को कौल कर बुला लेती और दोनों जम कर मस्ती करते थे. घर के अधिकांश सदस्य निचले माले पर रहते थे अत: सागर के छत के रास्ते से आने पर किसी को भनक भी नहीं लगती थी.

न जाने कैसे किशन को भनक लग गई.

उस ने अनामिका से कहा, ‘‘तुम जो खेल खेल रही हो उस से तुम्हें भी नुकसान है, मुझे भी

और समीर को भी. यह खेल अंत काल तक तो चल नहीं सकता. तुम चुपचाप अपना लक्षण सुधार लो.’’

‘‘कैसी बातें कर रहे हो? समीर तुम्हारा

दोस्त है. इस नाते मैं उस से बातें कर लेती हूं

तो इस में तुम्हें खेल नजर आ रहा है? अगर तुम नहीं चाहते तो मैं उस से बातें नहीं करूंगी,’’ अनामिका ने प्रतिरोध किया पर उस की आवाज में खोखलापन था.

बात आई गई तो हो गई, लेकिन इतना तय था कि अब अनामिका और समीर का मिलनाजुलना असंभव नहीं तो मुश्किल जरूर हो गया था. पर अनामिका समीर के प्यार में अंधी हो चुकी थी. समीर को शायद अनामिका से प्यार तो न था पर वह उस की वासनापूर्ति का साधन थी. अत: वह अपने इस साधन को फिलहाल छोड़ना नहीं चाहता था.

एक दिन समीर ने मौका पा कर अनामिका को फोन किया.

‘‘हैलो’’

‘‘कहां हो डार्लिंग? और कब मिल रही हो?’’

‘‘अब मिलना कैसे संभव होगा? किशन को पता चल गया है.’’

‘‘किशन को अगर रास्ते से हटा दें तो?’’

‘‘इतना आसान काम है क्या? कोई फिल्मी कहानी नहीं है यह. वास्तविक जिंदगी है.’’

‘‘आसान है अगर तुम साथ दो. फिल्मी कहानी भी हकीकत के आधार पर ही बनती है. उसे रास्ते से हटा देंगे. यदि संभव हुआ तो लाश को ठिकाने लगा देंगे अन्यथा पुलिस को तुम खबर करोगी कि उस की हत्या किसी ने कर दी है. पुलिस अबला विधवा पर शक भी नहीं करेगी. फिर हम भाग चलेंगे कहीं दूर और नए सिरे से जिंदगी बिताएंगे.’’

अनामिका समीर के प्यार में इतनी अंधी हो चुकी थी कि उस के सोचनेसमझने की क्षमता जा चुकी थी. समीर ने जो प्लान बताया उसे सुन पहले तो वह सकपका गई पर बाद में वह इस पर अमल करने के लिए राजी हो गई.

प्लान के अनुसार उस रात अनामिका किशन को खाना खिलाने के बाद कुछ देर

उस के साथ बातें करती रही. फिर दोनों सोने चले गए. अनामिका किशन से काफी प्यार से बातें कर रही थी. दोनों बातें करतेकरते आलिंगनबद्ध हो गए. आज अनामिका काफी बढ़चढ़ कर सहयोग कर रही थी. किशन को भी यह बहुत ही अच्छा लग रहा था.

उसे महसूस हुआ कि अनामिका सुबह की भूली हुई शाम को घर आ गई है. वह भी काफी उत्साहित, उत्तेजित महसूस कर रहा था. देखतेदेखते उस के हाथ अनामिका के शरीर पर फिसलने लगे. वह उस के अंगप्रत्यंग को सहला रहा था, दबा रहा था. अनामिका भी कभी उस के बालों पर हाथ फेरती कभी उस पर चुंबन की बौछार कर देती. प्यार अपने उफान पर था. दोनों एकदूसरे में समा जाएंगे. थोड़ी देर तक दोनों एकदूसरे में समाते रहे फिर किशन निढाल हो कर हांफते हुए करवट बदल कर सो गया.

अनामिका जब निश्चिंत हो गई कि किशन सो गया है तो वह रूम से बाहर आ कर अपने मोबाइल से समीर को मैसेज किया. समीर इसी ताक में था. समीर के घर की छत किशन के घर की छत से मिला हुआ था. अत: उसे आने में कोई परेशानी नहीं होनी थी. जैसे ही उसे मैसेज मिला वह छत के रास्ते ही किशन के घर में चला आया. अनामिका उस की प्रतीक्षा कर ही रही थी. वह उसे उस रूम में ले कर गई जिस में किशन बेसुध सोया हुआ था.

सागर अपने साथ रस्सी ले कर आया था. उस ने धीरे से रस्सी को सागर के गरदन के नीचे से डाल कर फंदा बनाया और फिर जोर से दबा दिया. नींद में होने के कारण जब तक किशन समझ पाता स्थिति काबू से बाहर हो चुकी थी. तड़पते हुए किशन अपने हाथपैर फेंक रहा था. अनामिका ने उस के पैर को अपने हाथों से दबा दिया. उधर सागर ने रस्सी पर पूरी शक्ति लगा दी. मुश्किल से 5 मिनट के अंदर किशन का शरीर ढीला पड़ गया.

अब आगे क्या किया जाए यह एक मुश्किल थी. लाश को बाहर ले जाने से लोगों के जान जाने का खतरा था. सागर छत के रास्ते वापस अपने घर चला गया. अनामिका ने रोते-कलपते हुए निचले माले पर सोए घर के सदस्यों को जा कर बताया कि किसी ने किशन की हत्या कर दी है. पूरे घर में कोहराम मच गया. पुलिस को सूचना दी गई. योजना यही थी कि कुछ दिनों के बाद अनामिका सागर के साथ कहीं दूर जा कर रहने लगेगी.

                                                          पर पुलिस को एक बात नहीं पच रही थी कि पत्नी के बगल में सोए पति की कोई हत्या कर जाएगा और पत्नी को पता नहीं चलेगा. पुलिस अनामिका से तथा आसपास के अन्य लोगों से तहकीकात करती रही. किसी ने पुलिस को सागर और अनामिकाके प्रेम प्रसंग की बात बता दी. पुलिस ने सागर से भी पूछताछ की. उस का जवाब कुछ बेमेल सा लगा तो उस के मोबाइल कौल की डिटेल ली गई. स्पष्ट हो गया कि दोनों के बीच कई हफ्तों से बातें होती रही हैं. कड़ी पूछताछ हुई तो अनामिका टूट गई. उस ने सारी बातें पुलिस को बता दी. सागर और अनामिका दोनों जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गए. अब अनामिका को एहसास हुआ कि उस ने समीर के बहकावे में आ कर गलत कदम उठा लिया था.

अब उन के पास पछताने के सिवा कोई चारा नहीं था.

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       Answer: Was Anamika able to kill her husband for his lover

    For the sake of body pleasures, Anamika, along with her lover, started thinking of leading a dangerous conspiracy against her husband and then one night…

                                I wish, what Anamika is now understanding, she would have already understood. Alas, she would not have killed her own husband Kishan by being seduced by her neighbor. Today she is not behind bars in jail. It is okay that her husband was an ordinary person. But if I was a husband and kept him, he was also in love. His small house was a small world. Yes, Kishan did not show unnecessary.
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                                                   Sameer used to show off unnecessarily, Kishan's friend, the person calling him sister-in-law. Did he not try to influence her? But at that time, he did not seem to have this gimmick. Her husband Kishan was Sameer's neighbor as well as his friend. Therefore, there used to be anguish in the house.


Sameer was a very stylish and stylish young man. From Anamika, he also used to laugh as a friend's wife. Both of them slowly grew closer. Sameer felt better than Anamika than Kishan. Taking the time, Sameer started talking to Anamika on the phone. Initially simple things. Then the exchange of jokes. Then some such jokes which are only among very close people. Then intimate things. Kishan was not in doubt, so she also deleted all the Kaul details. Sameer's number was also saved by Sameera's name so that if anyone sees it, it is understood that it is the number of a friend. Sameer had put a flower of his DP as well. No one could see and understand whose number it was.

Gradually, the situation became such that Anamika did not like anything other than Sameer. Sameer used to tell him that he does not like anyone other than Anamika. Many times when she was alone at home, she would call and call Sameer and both used to have fun. Most of the members of the house lived on the lower floor, so no one felt inking when the ocean came through the roof path.

Don't know how Kishan got a clue.

He told Anamika, "You are also harmed by the game you are playing, me too

And Sameer too. This game cannot run till the end. You quietly improve your symptoms. "

"What are you talking about?" Sameer yours

Is a friend That's why i talk to him

So you see the game in this? If you don't want to, I will not talk to her, "Anamika resisted, but there was hollowness in her voice.

It happened when the matter came, but it was so certain that it was difficult if not impossible to meet Anamika and Sameer. But Anamika was blind in love with Sameer. Sameer may not have loved Anamika but it was a means of supplying her. Therefore, he did not want to leave this tool for the moment.

One day Sameer got the chance and called Anamika.

"Hello"

"Where are you darling?" And when are you getting? "

"How would it be possible to meet now?" Kishan comes to know. "

"If Kishan is removed from the way?"

"What is so easy?" This is not a film story. Real life. "

"It is easy if you join me. The film story is also based on reality." We will remove it from the path. If possible, you will set the corpse whereabouts, otherwise you will report to the police that someone has killed him. The police will also not suspect the abla widow. Then we will run away and will live life afresh. "

Anamika was so blind in love with Sameer that her ability to think was lost. At first she was hesitated to listen to the plan that Sameer told, but later she agreed to execute it.

According to the plan, after feeding Anamika Kishan that night, some time

She kept talking with him. Then both went to sleep. Anamika was talking to Kishan very fondly. Both of them became engrossed in talking. Today Anamika was cooperating very strongly. Kishan also felt this very good.

She realized that Anamika had come home in the evening, forgotten in the morning. He was also feeling very excited, excited. Seeing this, his hands started sliding on Anamika's body. He was stroking her limp, pressing. Anamika also used to turn her hand on her hair and sometimes showered a kiss on her. Love was at its peak. Both will merge into each other. For a while, both of them kept on sleeping, then Kishan became exhausted and slept while sleeping.

When Anamika is convinced that Kishan is asleep, she comes out of the room and messaged Sameer from her mobile. Sameer was looking at this. The roof of Sameer's house was mixed with the roof of Kishan's house. So he had no problem in coming. As soon as he got the message, he walked to the Kishan's house on the way to the terrace. Anamika was waiting for him. She took him to the room in which Kishan was sleeping unconsciously.

Sagar had brought a rope with him. He slowly made the noose by putting the rope under the neck of the ocean and then pressed it harder. Being in sleep, the situation was out of control till Kishan could understand. Kishan was throwing his hands in agony. Anamika pressed her leg with her hands. On the other hand, Sagar applied full power to the rope. Within 5 minutes, Kishan's body became loose.

Now what to do next was a difficulty. People were in danger of being killed by taking the corpse out. Sagar went back home on his way to the terrace. Anamika weeping and crying told the members of the house sleeping on the lower floor that someone had killed Kishan. There was chaos in the whole house. Police was informed. The plan was that after a few days, Anamika would start living somewhere with Sagar.

                                                          But the police was not digesting a thing that someone sleeping next to the wife would be murdered and the wife would not know. The police kept investigating with Anamika and others nearby. Someone told the police about the love affair of Sagar and Anamika. The police also questioned Sagar. If his answer seemed a bit mismatched, his mobile call details were taken. Became clear









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